चाहे कितनी भी तकलीफें आये मुझसे तू जुदा कभी न होना चाहे कितनी भी तकलीफें आये मुझसे तू जुदा कभी न होना
तुमको सुबह और तुमको ही रात माना सच बताओ क्या कोई गलती कर दी ? तुमको सुबह और तुमको ही रात माना सच बताओ क्या कोई गलती कर दी ?
इस मे गलती सीता की नही इस मे गलती सीता की नही
अब भी जैसे फिरती तेरी, उँगली मेरी अंखियों पर। अब भी जैसे फिरती तेरी, उँगली मेरी अंखियों पर।
फिर से दोनों एक हुए सुनीं दिल की पुकार। फिर से दोनों एक हुए सुनीं दिल की पुकार।
मुस्कुरा आगे बढ़ क्योंकि तुझे नहीं मंजिल को तेरी तलाश है। मुस्कुरा आगे बढ़ क्योंकि तुझे नहीं मंजिल को तेरी तलाश है।